Posts

Showing posts from September, 2017

नीट के फायदे और नुकसान

अब देश के हर मेडिकल और डेंटल कॉलेज में नीट के द्वारा ही नामांकन होगा. वर्ष 2017 से इसे पूरी तरह से देशभर में लागू कर दिया गया है. कोई भी राज्य अब राज्य स्तर पर मेडिकल की परीक्षा का आयोजन नहीं कर सकता. राज्यों के मेडिकल कॉलेजों में भी अब नीट के द्वारा ही नामांकन होगा. संक्षेप में कहें तो देश के हर सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला अब नीट में प्रदर्शन के आधार पर ही मिलेगा. आगे हम नीट के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे.

क्या है कक्षा 12 बिहार बोर्ड परीक्षा का पैटर्न?

बिहार में इंटरमीडिएट या बारहवीं कक्षा की परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) द्वारा करवाई जाती है. वर्ष 2015 में बीएसईबी ने साइंस व कॉमर्स के इंटरमीडिएट परीक्षा में बदलाव किये थे. आर्ट्स में कोई बदलाव नहीं किया गया था. इस बदलाव के बाद, साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम में ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या 40 प्रतिशत कर दी गयी थी. मौजूदा समय में, प्रश्न पत्र इसी पैटर्न पर आधारित होते हैं. क्या है कक्षा 12 बिहार बोर्ड परीक्षा का पैटर्न? आगे हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे. ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या कितनी होती है? साइंस और कॉमर्स के अलग-अलग विषयों में ऑब्जेक्टिव (वस्तुनिष्ठ) प्रश्नों की संख्या अलग-अलग होती है. फिजिक्स, बायोलॉजी और केमिस्ट्री में थ्योरी पेपर 70 अंकों का होता है. 70 में से 28 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते हैं. हर ऑब्जेक्टिव प्रश्न एक अंक का होता है. मैथ्स (गणित), एकाउंटेंसी आदि जैसे विषयों, जिनमें थ्योरी पेपर 100 अंक का होता है, 40 प्रश्न ऑब्जेक्टिव प्रकार के होते हैं. नीचे दिए गए टेबल में यह दर्शाया गया है कि किस विषय में कितने ऑब्जेक्टिव प्रश्न

Subscribe our YouTube Channel