नीट के फायदे और नुकसान
अब देश के हर मेडिकल और डेंटल कॉलेज में नीट के द्वारा ही नामांकन होगा. वर्ष 2017 से इसे पूरी तरह से देशभर में लागू कर दिया गया है. कोई भी राज्य अब राज्य स्तर पर मेडिकल की परीक्षा का आयोजन नहीं कर सकता. राज्यों के मेडिकल कॉलेजों में भी अब नीट के द्वारा ही नामांकन होगा. संक्षेप में कहें तो देश के हर सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला अब नीट में प्रदर्शन के आधार पर ही मिलेगा. आगे हम नीट के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे.